भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

बुनियादी तालीम / रामधारी सिंह "दिनकर"

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

गरज-तरज कर कहा एक वक्ता ने उस दिन
"बुनियादी तालीम त्यागियों की शिक्षा है।"
मैं कहता हूँ, अरे त्यागियों! मुझे बता दो,
कौन पिता ऐसा है जो अपने बच्चे को
भोग-मुक्त कर संन्यासी करना चाहेगा।