भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

भिलेन / गंग नहौन / निशाकर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज



भिलेन अबैत अछि
तँ होमऽ लगैत अछि कन्नरोहटि
मचि जाइत छैक आतंक
बदलि जाइत अछि बसात
मुदा भिलेन नहि बदलैछ
ओकरा मोनमे पजरैत छैक हिंसाक आगि
कोनो असरि नहि होइत छैक ओकरा
बुद्ध
ईशा
आ मुहम्मद साहेबक।