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मच्छर और हाथी / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
Kavita Kosh से
सूँड उठाकर हाथी बैठा
पक्का गाना गाने,
मच्छर एक घुस गया कान में,
लगा कान खुजलाने।
फट-फट फट-फट तबले जैसा
हाथी कान बजाता,
बड़े मौज से भीतर बैठा
मच्छर गाना गाता!