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मरना और अमर होना / विष्णु नागर

Kavita Kosh से
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कोई अमर भी तभी तो हो सकता है
जब मरे

अकसर जितनी ज्यादा देर मरने में लग जाती है
उतनी ही अधिक देर अमर होने में लग जाती है!