भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

यथार्थवादी लोगों के बारे में / कात्यायनी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

केवल यथार्थ्वादी लोग ही होते हैं
व्यावहारिक
जो करते हैं असम्भव को
सम्भव बनाने की बात।
सम्भव को क्या सम्भव बनाना?
सम्भव स्वय़ं ही असम्भव हो जाता है
यदि करना हो यत्न कुछ भी!
चुनौती बस एक है
असम्भव को सम्भव बनाने की
और यही कोशिश करते हैं
यथार्थवादी लोग!

रचनाकाल : नवम्बर, 1992