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यात्रा / इला प्रसाद
Kavita Kosh से
अंधेरे और उदासी की बात करना
मुझे अच्छा नहीं लगता।
निराशा और पराजय का साथ करना
मुझे अच्छा नहीं लगता,
इसीलिए यात्रा में हूँ।
अंधेरे में उजाला भरने
और पराजय को जय में बदलने के लिए
चल रही हूँ लगातार।