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रतन कुँआ मुख साकरे अलगोजा वारे / बुन्देली

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रतन कुँआ मुख साकरे अलगोजा वारे।
औ सौरा सै पनिहार हिलमिल पनिया खौं जाय लाल अलगोजा वारे।
काहे की तेरी गागरी औ काहे की तेरी लेज लाल अलगोजा वारे।
औ काहे की तेरी कूड़री सो हिलमिल पनिया खौं जाय अलगोजा वारे।
सोने की मेरी गागरी रेशम की मेरी लेज अलगोजा वारे।
औ मुतियाँ जड़न्ती सिर की कूड़री सो हिल मिल पनिया खौं जाय अलगोजा वारे।
अपनी-अपनी गागर उठ गई औ मोय रही पनिहार अलगोजा वारे।
गैल बटोही दो जने औ लिलिया के असवार लाल अलगोजा वारे।
घुड़ला तो बाँधे वर की डार सैं प्यासे हैं पानी पिवाओ लाल अलगोजा वारे।
नक छँइया ल्यैऔं बिलमाये अलगोजा वारे।
कौन दिसा से तुम आये हो औ कौन दिसा तुम जाओ लाल अलगोजा वारे।
अग्गिम दिसा में हम आये हैं और पच्छिम दिसा हम जाए ँ अलगोजा वारे।
प्यासे हौ पानी दऊँ मोरी गगरी देऔ उठाये लाल अलगोजा वारे
कहा हौ दै हौ गोरी गगरी उठाई औ कहा तुम्हारो मोल अलगोजा वारे।
दै हौं तौ देहौं हथ मूदरी औ हिये कौ हार लाल अलगोजा वारे।
धर कुचलौं तोरी मूदरी और जमुना बहा दऊँ तोरो हार अलगोजा वारे।
लै हौं तो दोऊ जोवना तेरे पिया कौ सिंगार अलगोजा वारे।
आज बसौ मोरी पौर में दैहौं लौंग घिया दार लाल अलगोजा वारे।
सास गई अपने मायके औ ससुर गए दरबार अलगोजा वारे।
जिठनी देवरानी गई अपने मायके औ जेठ देवर ससुराल अलगोजा वारे।
वारी ननदी तो गई अपने सासरे औ ननदोई गये दरबार लाल अलगोजा वारे।
लहार लहार डोला सजे पचरंग सजे हैं कहार अलगोजा वारे।
औ डोला से लागी नौनी आरसी बाकौ डोला चमकत जाय अलगोजा वारे।
डोला से लागी लौंगा लायची बाकौ डोला महकत जाय अलगोजा वारे।
डोला उतारौ बागन बीच में बाकी निबुअन भर गई कोख अलगोजा वारे।
डोला उतारौ बाजार में बाकी लडुअन भर गई गोद लाल अलगोजा वारे।
डोला उतारा गलियन बीच बाके छैला झुक झुक जायँ लाल अलगोजा वारे।
डोला उतारौ द्वार में बाकी सासो ढुक ढुक जायँ अलगोजा वारे।
डोला उतारौ पौर में बाकी ननदी ढुक ढुक जायँ लाल अलगोजा वारे।
डोला उतारौ अँगना बीच में बाकी जेठी ढुक ढुक जायँ अलगोजा वारे।
कै तुम ल्याये पिया पाहने कै तौ जमन लौरी सौत लाल अलगोजा वारे।
न तौ ल्याये गोरी पाहुने न हम ल्याये लौरी सौत लाल अलगोजा वारे।
तुम तौ गोरी धना पौढ़ौ सेजइयाँ औ तुमरै पलौटैं दोई पाँव अलगोजा वारे।
तुम्हारौई पीसे पीसनो औ तुम्हारेई खिलाहै नंदलाल अलगोजा वारे।
गंगा बहा दऊँ तेरी सेजइयाँ औ कुतका पलौटूँ तोरे पाँव अलगोजा वारे।
धर फेंकूँ तेरो पीसनो औ धर दचकूँ तेरो नंदलाल अलगोजा वारे।
चंदा पै खेती करौं सूरज पै खिरियान लाल अलगोजा वारे।
जेठी के दोऊ जुवना बदरा करौ औ लोग रहे हैरान अलगोजा वारे।
गहरी सी खाई खुदाहौं औ जेठी कों दैहौं चिनाय अलगोजा वारे।
सोऊँ तौ सोऊँ पिया तुमरी ही सेज पै बनहौं तुमारी नार अलगोजा वारे।
औ पिया हम तुम करहैं राज लाल अलगोजा वारे।
रतन कुँआ मुख सकरे ...