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रूप-गौरव / गोविन्ददास
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अभिनव पल्लव बइसक देल। धवल कमल फुल पुरहर भेल।।
कए मकरन्द मन्दाकिनि पानि। अरूण अशोक दीप दहु आनि।।
माइ हे आजु दिवस पुनमन्त। करिअ चुमाओन राय बसन्त।।
सपुण कलानिधि दधि भल भेल। भमि भमि भमर हकारइ देल।।
केशु कुसुम सिंदुर सम भास। केतकि धूलि बिथरू परवास।।
भनइ विद्यापति कवि कण्ठहार। रसबुझ शिवसिंह शिव, अवतार।।