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वे नहीं मानते / रंजना जायसवाल
Kavita Kosh से
स्त्रियों के
हो सकते हैं विचार
कठिन समय में
नहीं मानते वे
सोच सकती हैं कुछ
निभा सकती हैं कोई भूमिका
लोकतन्त्र
और मनुष्यता के संकट के समय।