सितारों की कहानी / ब्रज श्रीवास्तव
आसमान अनगिन सितारों से सजा है
वे आसमान ही नहीं धरती की आँखों के लिए भी
सुंदरता कि चीज़ें हैं
और सदैव के लिए आनंद का सबब हैं
न जाने कितनी उम्र थी
उनकी सितारा होने से पहले
न जाने कितने अपनों को छोड़कर
आए थे वे इस जगह पर
जहाँ सिर्फ़ टंगे रहना पड़ता है
कुछ तमगे लटकाकर
अपनी तेज चमक के गर्व में
वे करते ही जाते हैं वे नशे
जो आसमान की कंदराओं में
कोई छिपकर बेचता है
मनुष्य की योनि की सुख दुख की बातें वे इस तरह भुलाते हैं
और सितारों के भी सितारे हो जाते हैं
एक कुचक्र में फंसे होने का उन्हें
भान होता है कभी कभी
मगर टंगे रहने की कामना
उन्हें जीने नहीं देती
यह हर उस सितारे की कहानी है
जो फ़िल्मों के ही नहीं
राजनीति के
धर्म के
साहित्य के
और
खेलों के आसमान में टंगा हुआ है
एक दिन सभी सितारों की पड़ताल होगी
छोड़ा जाएगा उनको
जिनके पास कोई तमगा नहीं है
जिनके साथ अभी भी उनके
प्रेम करने वाले रहते हैं।