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स्वागत गीत / दीनानाथ सुमित्र
Kavita Kosh से
हम स्वागत अभिनन्दन करते हैं
चरणों में नित वंदन करते हैं
आप हिमालय, गंग सरीखे
उच्छल जलधि तरंग सरीखे
प्रेम-रंग से चंदन करते हैं
हम स्वागत अभिनन्दन करते हैं
चरणों में नित वंदन करते हैं
आप हमारे आँगन आए
सुख के बादल नभ में छाए
हम अर्पित कोमल मन करते हैं
हम स्वागत अभिनन्दन करते हैं
चरणों में नित वंदन करते हैं
सात सुरों से करते गायन
करते हैं फिर-फिर अभिवादन
याचक बन कर याचन करते हैं
हम स्वागत अभिनन्दन करते हैं
चरणों में नित वंदन करते हैं