हत्या से ज्यादा / रेखा चमोली
पाँच दिन से लापता लड़की की लाश
मिली है झील से
तेरह साल की लड़की
सुबह स्कूल जाने को निकली थी
अंतिम बार उसे
एक टैक्सी में जाते देखा गया था
पोस्टमार्टम में पता चला
बारह घंटे पहले ही मरी थी
कारण लगातार बलात्कार के बाद
फटी मांसपेशियाँ और अत्यधिक रक्तस्राव
ओ प्यारी लड़की
तुम्हें मैंने देखा नहीं था
पता नहीं कैसी दिखती होंगी तुम
तुम्हारा चेहरा जरूर किसी खिलते फूल की तरह रहा होगा
सुंदर, मुलायम, ताजा
तुम्हारे बाल रेशमी
बिल्कुल नदी पर पड़ती चमकीली किरणों जैसे रहे होंगे
और तुम्हारे छोटे-छोटे गुदगुदे हाथ
शायद तुम अपनी माँ के साथ
अभी-अभी रोटियाँ बनाना सीख रही होंगी
छोटी-छोटी नर्म गोल फूली रोटी
अपनी बनाई पहली रोटी
सबके साथ मिलकर खाना चाहती होगी
और तुम्हारे सपने
जब मैं बड़ी हो जाऊँगी
तब मैं...
मेरी बच्ची
अब तुम कभी बड़ी नहीं हो पाओगी
तुम्हारा सुंदर चेहरा
उसमें जब पड़े होंगे वहशी दाँतों के जख्म
कैसे छटपटाई होगी तुम
तुम्हारे रेशमी बाल
जिन्हें मुट्ठियों में भरकर
तुम्हें वश में करने की कोशिश की गई होगी
और तुम्हारी छोटी-छोटी हथेलियाँ
तुम... कुछ नहीं कर पाई
कोई कुछ नहीं कर पाया
तुम्हारा शरीर खत्म हुआ इससे पहले खत्म हुआ होगा तुम्हारा मन
तुम्हारे मरने के साथ-साथ एक बार फिर से
मर गई मानवता
ओ मेरी प्यारी बच्ची
क्या तुम कभी माफ कर पाओगी हमें
एक सुरक्षित दुनिया न दे पाने के लिए।