भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

हाइकु-1 / उपमा शर्मा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

1.
रीत बनाई
बेटी चिड़िया जैसी
हुई पराई

2.
रख विश्वास
ऊँची भर उड़ान
सच्चा प्रयास

3.
हुआ अकेला
वृद्धाश्रम में डेरा
साँझ की बेला

4.
होती कहाँ हैं
दुआयें बेअसर
तुम हो मिले

5.
खुर की टाप
हल धरे किसान
हरी धरती

6.
खाली हैं हाथ
यह वक्त की बात
कोई न साथ

7.
रहो तटस्थ
अस्त उदित सूर्य
देता संदेश

8.
हुए छलावा
बनते बिगड़ते
स्वार्थ के रिश्ते

9.
तुम्हारी बातें
ज्यों चाँदनी झरती
उजली रातें

10.
रक्षा करता
सीमा पर सिपाही
गर्वित माता