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हाइकु 88 / लक्ष्मीनारायण रंगा
Kavita Kosh से
चुणावां पछै
नेता दूर दर्सन
पांच-बरस
सैणा है लोग
टळोड़ी गाय कुण
राखै घरां में?
उल्लु‘र गीध
बिराजै डाळ-डाळ
बाग रो भाग?