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5 / हीर / वारिस शाह
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मौदूद<ref>जिस में मौदूदी फिरका चला</ref> दा लाडला पीर विश्ती शकरगंज मसऊद भरपूर है जी
बाइआं कुतबां दे विच है पीर कामल जैंदी आजज़ी जु़हद मनजू़र है जी
खानदान विच चिशत दे कामलीअत शहिर फकर दा पटण<ref>पाक पटण</ref> मशहूर है जी
शकरगंज ने आणि मकान कीता दुख-दरद पंजाब दा दूर है जी
शब्दार्थ
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