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कविता कोश / गद्य कोश
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Rekhankan-star-48x48.pngरेखांकित रचना: मृदुल कीर्ति द्वारा काव्यानुवादित रचना मनीषा पञ्चकं

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हिन्दी/उर्दू काव्य में युगाधार रहे रचनाकारों से लेकर नई पीढ़ी के युवा रचनाकारों तक -कविता कोश में सैकडों रचनाकारों की रचनाओं का संकलन है। इनमें से कुछ हैं: जिगर मुरादाबादी, हरिवंशराय बच्चन, जानकीबल्लभ शास्त्री, फ़ैज़ अहमद फ़ैज़, महादेवी वर्मा, आनंद नारायण मुल्ला, लीलाधर मंडलोई, मजरूह सुल्तानपुरी, मीर तक़ी 'मीर', गा़लिब, मृदुल कीर्ति, यतीन्द्र मिश्र, अनूप सेठी, दुष्यंत कुमार, रांगेय राघव, प्रताप सोमवंशी, निशांत, हसरत जयपुरी, रामधारी सिंह "दिनकर", मीना कुमारी, ख़्वाजा हैदर अली 'आतिश', गुलज़ार, इंशा अल्लाह खां, सुभद्राकुमारी चौहान, शहरयार, जोश मलीहाबादी, परवीन शाकिर, कुमार विकल, बहादुर शाह ज़फ़र, वसीम बरेलवी, नासिर काज़मी, अहमद नदीम काज़मी, कीर्ति चौधरी, कैफ़ी आज़मी, कुँवर बेचैन, जावेद अख़्तर, माखनलाल चतुर्वेदी, जाँ निसार अख़्तर, अहमद फ़राज़, बुद्धिनाथ मिश्र, नासिर काज़मी, उदयन वाजपेयी, वेणु गोपाल, फ़ानी बदायूनी, श्यामनारायण पाण्डेय... और यह सूची यूं ही बढ़ती जा रही है! पूरी सूची के लिये देखें: रचनाकारों की सूची

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Shamsher 1.jpg
शमशेर बहादुर सिंह का जन्म मुजफ्फरनगर के एलम ग्राम में हुआ। शिक्षा देहरादून तथा प्रयाग में हुई। प्रयोगवाद और नई कविता के कवियों की प्रथम पंक्ति में इनका स्थान है। इनकी शैली अंग्रेजी कवि एजरा पाउण्ड से प्रभावित है। इनके मुख्य काव्य संग्रह हैं- 'कुछ कविताएँ', 'कुछ और कविताएँ', 'इतने पास अपने', 'चुका भी नहीं हूँ मैं', 'बात बोलेगी', 'उदिता' तथा 'काल तुझसे होड है मेरी'। ये कबीर सम्मान तथा साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुए।
खुले तुम्हारे लिए हृदय के द्वार

रचनाकार: त्रिलोचन

खुले तुम्हारे लिए हृदय के द्वार अपरिचित पास आओ

आँखों में सशंक जिज्ञासा मिक्ति कहाँ, है अभी कुहासा जहाँ खड़े हैं, पाँव जड़े हैं स्तम्भ शेष भय की परिभाषा हिलो-मिलो फिर एक डाल के खिलो फूल-से, मत अलगाओ

सबमें अपनेपन की माया अपने पन में जीवन आया

Butterfly-orange-48x48.png  एक काव्य मोती

ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई में
ख़ुदा किसी से किसी को मगर जुदा न करे

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