उनका बोलना
रचनाकार | मोहन कुमार डहेरिया |
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प्रकाशक | भारतीय ज्ञानपीठ,18, इन्सटीट्यूशनल एरिया, लोदी रोड, नयी दिल्ली-110003 |
वर्ष | 2004 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 104 |
ISBN | 81-263-1086-3 |
विविध |
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- वापसी / मोहन कुमार डहेरिया
- रात / मोहन कुमार डहेरिया
- घेरा / मोहन कुमार डहेरिया
- फिर किसी को याद करते हुए / मोहन कुमार डहेरिया
- कोई नहीं जानता / मोहन कुमार डहेरिया
- मेरे अंदर कुछ है / मोहन कुमार डहेरिया
- एक अनाम रंग के लिए / मोहन कुमार डहेरिया
- स्त्री-देह / मोहन कुमार डहेरिया
- जो जहाँ है, नहीं सिर्फ वहाँ / मोहन कुमार डहेरिया
- अधूरी चीजें /मोहन कुमार डहेरिया
- स्मृति / मोहन कुमार डहेरिया
- उनका फैसला / मोहन कुमार डहेरिया
- सन्नाटा / मोहन कुमार डहेरिया
- चीजें और मेरी दुनिया / मोहन कुमार डहेरिया
- बीच के लोग / मोहन कुमार डहेरिया
- बवण्डर / मोहन कुमार डहेरिया
- प्रेम / मोहन कुमार डहेरिया
- हिन्दी दिवस / मोहन कुमार डहेरिया
- यात्रा / मोहन कुमार डहेरिया
- बऊ का जाना / मोहन कुमार डहेरिया
- विदूषक की प्रार्थना / मोहन कुमार डहेरिया
- हथकड़ी का दुख / मोहन कुमार डहेरिया
- एक विवादास्पद किताब के बारे में आलोचकीय बयान / मोहन कुमार डहेरिया
- कभी सोचा नहीं था / मोहन कुमार डहेरिया
- सब कुछ रह जाता है धरा-का-धरा / मोहन कुमार डहेरिया
- वे दो / मोहन कुमार डहेरिया
- दुष्कर कार्य / मोहन कुमार डहेरिया
- हँसती हुई सत्रह वर्ष की लड़की और मैं / मोहन कुमार डहेरिया
- सम्मोहन के बाद / मोहन कुमार डहेरिया
- सूची / मोहन कुमार डहेरिया
- एक स्त्री द्वारा दूसरी स्त्री को जलाये जाने की खबर पढ़कर / मोहन कुमार डहेरिया
- हारे हुए लोग / मोहन कुमार डहेरिया
- कीचड़ / मोहन कुमार डहेरिया
- चेहरे के बिना / मोहन कुमार डहेरिया
- वे / मोहन कुमार डहेरिया
- गूँजती है पृथ्वी पर सिर्फ एक आवाज / मोहन कुमार डहेरिया
- प्रायश्चित / मोहन कुमार डहेरिया
- मजदूरों का लौटना / मोहन कुमार डहेरिया
- सबसे अलग दिखना चाहता हूँ मैं / मोहन कुमार डहेरिया
- प्रेम का आना / मोहन कुमार डहेरिया
- प्रेम का पटाक्षेप / मोहन कुमार डहेरिया
- बन्द करो यह संगीत / मोहन कुमार डहेरिया
- विलुप्त होते हुए लोग / मोहन कुमार डहेरिया
- उनका बोलना. / मोहन कुमार डहेरिया