भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
छोटे पृष्ठ
Kavita Kosh से
Showing below up to 50 results in range #101 to #150.
देखें (पिछले 50 | अगले 50) (20 | 50 | 100 | 250 | 500)
- (इतिहास) दिन जिन्दगी के यों भी गुज़र जायँ तो अच्छा! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) एक अनबुझी सी चाह मेरे साथ रही है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) तुझसे लड़ जाय नज़र हमने ये कब चाहा था! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) ज़िन्दगी में यह सवाल उठाता है अक्सर, क्या करें! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) जीने का कोई हासिल न मिला आखिर यह उम्र तमाम हुई / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) तेरी बेरुखी ने मुझको ये हसीन ग़म दिया है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) फिर उन्हीं आँखों की खुशबू में नहाने के लिये / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) हमारे वास्ते कहना है जो, खुशी से कहो / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) दिया भी याद का इसमें जला के रक्खा है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) नहीं दुःख ये भार होता, न ये इंतज़ार होता / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) क्या बने हमसे भला कागज़ की तलवारों से आज / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) कोई हमीं से आँख चुराये तो क्या करें / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) जो जीवन में दुःख की घटा बन गयी है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) आओ कुछ देर गले लग लें ठहर के / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) इस बेरुखी से प्यार कभी छिप नहीं सकता / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) एक से एक बढ़कर चले / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) कहते रहे हैं दिल की कहानी सभी से हम / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) ठुमरी-सी भैरवी की खुमारी शराब की / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) नज़र उनसे छिपकर मिलाई गयी है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) हमारे सुर से किसी का सिँगार हो तो हो / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) दो घड़ी की हँसी-खुशी के लिए / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) दिल को तुम्हारे वादे का ऐतबार तो रहे / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) समझे न दिल की बात इशारे को देखकर / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) सही है, ठीक है, हमने ये गम सहे ही नहीं / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) हो न मुश्किल ये तड़पना मगर आसान नहीं / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) यों तो होठों से कुछ न कहता है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) बेकहे भी न रहा जाय और क्या कहिये! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) बन के दीवाना न यों महफ़िल में आना चाहिए / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) पियेगा छक के कोई, कोई घूँट भर को तरसेगा / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) प्यार हमने किया, उनपे अहसान क्या / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) प्यार यों तो सभी से मिलता है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) प्यार की राह में रोने से तो बाज़ आये हम / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) परदेदारी भी, बेहिज़ाबी भी / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) कोई छेड़े हमें किसलिए! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) कौन जाने उस तरफ कोई किनारा हो, न हो! / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) झलक रही हैं उन आँखों में शोखियाँ कैसी / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) नज़र भले ही हमें देख के शरमा ही गयी / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) बेरुखी तो मेरे सरताज नहीं होती है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) यादों के समुन्दर में नज़र डूब रही है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) दिल हमें देखकर कुछ देर को धड़का होता / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) न छोड़ यों मुझे, ऐ मेरी ज़िन्दगी बेसाज़ / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) फूल अब शाख से झड़ता-सा नज़र आता है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) यह प्यार दगा दे, कभी ऐसा नहीं होगा / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) यों तो सभी से मेल-मुहब्बत है राह में / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) लगा न होठों से प्याला तो एक बार कभी / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) थक कर सोयी थी भारत-भू / द्वादश सर्ग / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) सूना जीवन, लक्ष्य दिशा है धूमिल तुमको खोकर (प्रथम सर्ग) / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) ख़त्म उनपर हैं सभी शोख़ियाँ ज़माने की / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) हमसे किसी का प्यार छिपाया न जायेगा / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]
- (इतिहास) दिए तो हैं रौशनी नहीं है, खड़े हैं बुत ज़िन्दगी नहीं है / गुलाब खंडेलवाल [0 बाइट]