no edit summary
+99
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=तुलसीदास }}<poem>एसी मूढता या मन की। परिहरि रामभगति-…
no edit summary
+80
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=तुलसीदास }}<poem>कबहुंक हौं यहि रहनि रहौंगो। श्री र…
no edit summary
+104
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सूरदास }} Category:पद<poem>ऎसी प्रीति की बलि जाऊं। सिंहा…
no edit summary
+86
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत }}<poem>चरमोन्नत जग में जब कि आज व…
no edit summary
+68
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत }}<poem>आओ, अपने मन को टोवें! व्यर्…
no edit summary
+106
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुमित्रानंदन पंत }} <poem>धरती का आँगन इठलाता! शस्य …
no edit summary
+107
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=शिवमंगल सिंह सुमन |संग्रह= }}<poem>निर्मम कुम्हार की…
no edit summary
+98
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=देव }}<poem>साहिब अंध, मुसाहिब मूक, सभा बहिरी, रंग रीझ…
no edit summary
+34
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जयशंकर प्रसाद }}<poem>वे कुछ दिन कितने सुन्दर थे? जब …
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेन्द्र शर्मा }}<poem>पकी जामुन के रँग की पाग बाँधत…
no edit summary
+64
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेन्द्र शर्मा }}<poem>जब तक मन में दुर्बलता है दुख …
no edit summary
+68
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = रसखान }}<poem>कान्ह भये बस बाँसुरी के, अब कौन सखी हम…
no edit summary
+86
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार = रसखान }}<poem>सोहत है चँदवा सिर मोर को, तैसिय सुन्दर…
no edit summary
+87
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सूरदास }} Category:पद <poem>तजौ मन, हरि बिमुखनि कौ संग। जि…
no edit summary
+94
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सूरदास }} Category:पद<poem>आजु हौं एक-एक करि टरिहौं। के त…
no edit summary
+90
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भारतेंदु हरिश्चंद्र }}<poem>रोकहिं जौं तो अमंगल हो…
no edit summary
+126
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भारतेंदु हरिश्चंद्र }}<poem>लहौ सुख सब विधि भारतवा…
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भारतेंदु हरिश्चंद्र }}<poem>जगत में घर की फूट बुरी। …
no edit summary
+121
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=भारतेंदु हरिश्चंद्र }} <poem>ऊधो जो अनेक मन होते तो …
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हरिवंशराय बच्चन }}<poem>गर्म लोहा पीट, ठंडा पीटने को…
no edit summary
+78
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मैथिलीशरण गुप्त }}<poem>तेरे घर के द्वार बहुत हैं, क…
no edit summary
+71
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=घनानंद }}<poem>अति सूधो सनेह को मारग है जहाँ नेकु सय…
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल }} <poem> कंकरीला मैदान ज्ञान की तर…
no edit summary
+93
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल }} <poem> ऎसे आओ जैसे गिरि के श्रृं…
no edit summary
+75
नया पृष्ठ: <poem>नर जीवन के स्वार्थ सकल बलि हों तेरे चरणों पर, माँ मेरे श्रम सिंच…
no edit summary
+111
नया पृष्ठ: <poem>आज पहली बार थकी शीतल हवा नें शीश मेरा उठा कर चुपचाप अपनी गोद में …
no edit summary
+100