भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
कसौटी / कन्हैया लाल सेठिया
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:32, 23 दिसम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=दीठ / कन्हैया लाल से…)
बदल्यां बिनां
आप नै
चावै
सुधारणो
समाज नै
राज नै ?
कस
पैली
‘मैं’ नै,
जे उतरै
सो टंच
खरो
समझ लै
हुगी
सरू
शोधन री
किरिया !