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रद्दे-अमल / साहिर लुधियानवी
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रद्दे-अमल
चाँद कलियाँ निशात की चुनकर मुद्दतों महवे-यास रहता हूँ तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिलकर उदास रहता हूँ