भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
दूध / श्याम महर्षि
Kavita Kosh से
आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:57, 7 जनवरी 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=श्याम महर्षि |संग्रह=अड़वो / श्याम महर्षि }} [[Category:…)
दूध
गांव सूं
बह‘र
शहर कांनी व्हीर
हुयग्यो,
दूध-
हुयग्यो है
गांव री दवाई
इंजेक्शन
अर आपरेशन
दूध
चाय, काफी, मक्खन, पनीर
छाछ, दही अर घी
बण‘र
शहर कानी ढूकग्यो
गांव मांय
रैयग्यो गोबर नीरो गोबर
दूध सूं
मुलाय रैयो
गांव
रोटी-कपड़ा अर मकान,
दूध हुयग्यो है
उण री
लाठी छतरी अर
ब्यौपार।