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नींद-2 / मणिका दास
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उस दिन सुना
एक बच्ची पुकार रही थी तुझे
बड़ी बेचैनी के साथ
"ओ नींद उतर आओ
ओ नींद उतर आओ..."
मूल असमिया से अनुवाद : दिनकर कुमार