भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तुतलाता है बच्चा और रोता है / हेमन्त शेष

Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:43, 17 जनवरी 2011 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुतलाता है बच्चा और रोता है
कविता के बुख़ार में कुछ
कवि जैसे बड़बड़ाते हैं
अक्सर रोना और कविता करना
एक-सा प्रभाव छोड़ते हैं
अगर आप
बच्चे के पिता या घटिया
कविता के पाठक होना चाहें