भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

दाल-भात खाता है कौआ / केदारनाथ अग्रवाल

Kavita Kosh से
Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:44, 21 जनवरी 2011 का अवतरण ("दाल-भात खाता है कौआ / केदारनाथ अग्रवाल" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दाल-भात खाता है कौआ
मनुष्य को खाता है हौआ
नकटा है नेता धनखौआ
न कटा हो मानो कनकौआ

रचनाकाल: २१-०१-१९६९