रसूल का यह गीत अधूरा है, आपके पास हो तो इसे पूरा कर दें
मिल जुल गाव, सब भारत के सखिया, आजादी मिलले ।
डाल जवाहर गले हार, आजादी मिलले ।
कोई सखी गावे, कोई ताल बजावे,
कोई सखी झूम-झूम गूंथेली हार, आजादी मिलले ।
डाल जवाहर गले हार, आजादी मिलले ।
रसूल का यह गीत अधूरा है, आपके पास हो तो इसे पूरा कर दें
मिल जुल गाव, सब भारत के सखिया, आजादी मिलले ।
डाल जवाहर गले हार, आजादी मिलले ।
कोई सखी गावे, कोई ताल बजावे,
कोई सखी झूम-झूम गूंथेली हार, आजादी मिलले ।
डाल जवाहर गले हार, आजादी मिलले ।