भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मृत्यु / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:55, 8 फ़रवरी 2011 का अवतरण
मृत्यु ने
आलिंगन में बाँधा
और चूमा मुझे कई बार
पर एक दफ़ा भी
उसने मुझसे
किया न सच्चा प्यार
(2000 में रचित)