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चंद्रोदय / दिनेश कुमार शुक्ल
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नीले पीले लाल सुनहरे
गहरे-गहरे रंग
घटा में उभर रहे हैं
शायद कोई पृथ्वी
नभ के अन्तरतम में
जन्म ले रही
हो सकता है
बादल के परदों के पीछे
रंगमंच हो
किसी दूसरी ही दुनिया का