भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चाँद / परवीन शाकिर
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:44, 1 अप्रैल 2011 का अवतरण
एक से मुसाफ़िर हैं
एक सा मुकद्दर है
मैं ज़मीन पर तन्हा
और वो आसमानों में