भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

मोर झूल तरी गेंदा

Kavita Kosh से
Vandana deshpande (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 16:04, 21 अप्रैल 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: बाग बगीचा दिखे ल हरियर, बाग बगीचा दिखे ल हरियर दुरूग वाला नई दिखे …)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

बाग बगीचा दिखे ल हरियर, बाग बगीचा दिखे ल हरियर

दुरूग वाला नई दिखे बदे हव नरियर

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे ना

चांदी के मुँदरी किनारी कर ले

चांदी के मुँदरी किनारी कर ले

मैं ह रइथव दुरूग में चिनहारी कर ले

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे वो

पीपर पाना डोलत नइये

पीपर पाना डोलत नइये

का होगे टुरी ल बोलत नइये

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे वो

नवा सड़कीया रेंगे ल मैना, नवा सड़कीया रेंगे ल मैना

चार दिन के अवईया लगाये महीना

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे गा

पांच के लगइया पचीस लग जाए

पांच के लगइया पचीस लग जाए

बिना लेगे नई छोड़व पुलिस लग जाए वो

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे वो

गाय चराये हियाव करिले

गाय चराये हियाव करिले

दोस्ती मा मजा नईये बिहाव करले

मोर झूल तरी

मोर झूल तरी गेंदा इंजन गाड़ी सेमर फूलगे

सेमर फूलगे अगास मन चिटुको घड़ी नरवा मा

नरवा मा अगोर लेइबे गा