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कविता / मंगलेश डबराल
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रचनाकारः मंगलेश डबराल
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कविता दिन-भर थकान जैसी थी
और रात में नींद की तरह
सुबह पूछती हुई :
क्या तुमने खाना खाया रात को ?
(रचनाकाल : 1978)