भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
गीतावली / तुलसीदास / पृष्ठ 6
Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 09:40, 25 मई 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: '''जनकपुर-प्रवेश''' * आये सुनि कौसिक जनक हरषाने हैं / तुलसीदास * [[कोस…)
जनकपुर-प्रवेश
- आये सुनि कौसिक जनक हरषाने हैं / तुलसीदास
- कोसलरायके कुअँरोटा / तुलसीदास
- ये अवधेसके सुत दोऊ / तुलसीदास
- बूझत जनक नाथ, ढोटा दोउ काके हैं? / तुलसीदास
- ए कौन कहाँतें आए? / तुलसीदास
- कौसिक कृपालहूको पुलकित तनु भौ / तुलसीदास
- चार्यो भले बेटा देव दसरथ रायके / तुलसीदास
- ये दोऊ दसरथके बारे / तुलसीदास
- जनक बिलोकि बार-बार रघुबरको / तुलसीदास
- रङ्ग-भूमि भोरे ही जाइकै / तुलसीदास