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फूल काँटों के संग अच्छा है / गुलाब खंडेलवाल
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फूल काँटों के संग अच्छा है
उनको भाये जो रंग अच्छा है
देखकर हमको मुँह फिरा बैठे
प्यार करने का ढंग अच्छा है
हम भी क्या याद करेंगे दिल में!
आ गये दिल से तंग, अच्छा है
उनपे रोने का कुछ असर तो हुआ
हँस पड़े-- 'जलतरंग अच्छा है'
खून अपना बहा रहे हैं गुलाब
लोग कहते हैं,-- 'रंग अच्छा है'