कुत्ते के बारे में / शहंशाह आलम
शताब्दी का सबसे महत्त्वपूर्ण पहरेदार
साबित हुआ है कुत्ता
जातीय विकास का ज्ञान भी हम में
कुत्ते की वजह से आया शायद
कुत्ते की गुणकारी कलाओं का उपयोग अभी-अभी
करना आरंभ किया है हमने और कई रथ-यात्राएं निकाली हैं
बहुत हद तक कामयाब भी हुए हैं भविष्य का मुंह नोच लेने में
कुत्ते के प्रति लोगों का नीक समर्पण-भाव बढ़ता ही जा रहा है
निर्णायक-मंडल व ऊँचे घराने की स्त्रियों की वजह से
कुत्ता हमारी संस्कृति में पूरी तरह से शामिल हुआ है
ठीक हमारे घर में कुत्ते ने बनाया है अपने लिए घर
कुत्ते का मन ‘अतीव हर्षित कए रहल अछि’
इस भरोसे कि खनिज-पदार्थों के संसर्ग में रहकर
वह भी अपने लिए मनुष्यों के मौलिक गुण अपनाएगा
समृद्ध करेगा और अधिक अपने को इस तरह
महफूज़ रखेगा जन-समुदाय के स्वभाव को
हो सका तो असल लीडर बना रहेगा
जहां बहुत सारे लोग अपने पैरों की कमज़ोरी से पीडि़त हैं
सत्ताधीशों ने वहां पर भिजवाया है कुत्ते को
शुरू से आखि़र तक की मुहब्बत को
सुरक्षित बचाए रखने के लिए
यही उद्यम शेष बचा था संभवतः उनके लिए
कुत्ते ने हज़ारों-हज़ार पहाड़ियों को लांघा है
कृष्णा नदी से लेकर बंगाल की खाड़ी तक पार किया है
मवेशियों की प्रतिध्वनि को सुरक्षित कर लिया है अपने भीतर
अंतरिक्ष की यात्राएं तक कर डालीं हैं और
अव्यक्त प्रेम को परिभाषित करने का काम भी किया है
मनुष्यों को जितने ख़िताब व वज़ीफे मिलने चाहिएं
कुत्ते को मिला करेंगे अब से
इस हेतु कि सर्वोत्तम से सर्वोत्तम स्वप्न
कुत्ते पूरा किया करेंगे अब से लगातार घूमती पृथ्वी पर
अब से बस इतना-भर होगा कि
कुत्ता हमारे लिए दुख-तंत्र सरीखा नहीं रहेगा
असल भाषा जीने का तरीक़ा भी हम कुत्ते से सीखा करेंगे
कुत्ते से हताश होने की बात है फिजूल
कुत्ते की वजह से हमारा नाम गृहमंत्रालय तक पहुंचेगा एक दिन
एक दिन हम कुत्ते की वजह से
कोई ऐतिहासिक सम्मान पाने की इच्छा पूरी कर सकेंगे।