भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
बच्चों सी / मासूम शायर
Kavita Kosh से
Masoomshayer (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:57, 17 जुलाई 2011 का अवतरण
उसकी सारी ये आदतें बच्चों सी
छोटी छोटी बगावतेँ बच्चों सी
मैने की थी इनायतें बच्चों सी
अब तो सारी शिकायतें बच्चों सी
जीवन उसका कभी ना पूरखम रहे
जो भी आयें मुसीबतें बच्चों सी
पैसा तो दे दिया खुदा ने बहुत
देदे फिर से वो राहतें बच्चों सी
मेरी माँ ने मुझे बड़ा तो किया
फिर भी सारी नसीहतें बच्चों सी
आज दरकार है उन्ही ग़ज़लों की
जिनमे सारी बनावटें बच्चों सी
नाम मासूम के हैं खिलोने मेरे
हैं ये सारी वसीहतें बच्चों सी