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आत्मपीड़ा / नंदकिशोर आचार्य

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अंश हूँ जितना
तुम्हारा मैं
उतना तो तुम्हारा भी
होगा ही मेरा दुःख।

सुनो ! इस आत्मपीड़ा में
तुम्हें क्या सुख ?
(1993)