भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

त्रयी (शीर्षक कविता) / कन्हैया लाल सेठिया

Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:16, 11 सितम्बर 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=त्रयी }} {{KKCatKavita‎}} <poem>स्म…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

स्मृति
अतीत,
सत्य
वर्तमान,
कल्पना
भविष्य,
इस त्रयी से
प्रतिबद्ध
मन से मनुष्य।