भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
प्यार / रजनी अनुरागी
Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:58, 17 सितम्बर 2011 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= रजनी अनुरागी |संग्रह= बिना किसी भूमिका के }} <Poem> प…)
प्यार है मेरा तुमसे
इसे कमजोरी न समझ लेना
किसी आतंक में यह पल नहीं सकता
अकेले हो जाओगे तुम
क्योंकि मेरा प्यार तुम्हारे लिए
सबसे बड़ा सहारा है