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बहे नदी / रमेश तैलंग

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पर्वत से चल बहे नदी ।
कल-कल कल-कल बहे नदी ।

जंगल-जंगल बहे नदी ।
छल-छल छल-छल बहे नदी ।

घाट से बँध कर बहे नदी ।
काट के पत्थर बहे नदी ।

गुस्से में भर बहे नदी ।
उफ़न-उफ़न कर बहे नदी ।

मीलों चल कर बहे नदी ।
दूर समंदर बहे नदी ।