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नशा / मधुप मोहता
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एक अंधेरा, एक ख़ामोशी, और तनहाई
रात के तीन पांव होते हैं।
ज़िंदगी की सुबह के चेहरे पर,
रास्ते धूप-छांव होते हैं।
ज़िंदगी के घने बियाबां में,
प्यार के कुछ पड़ाव होते हैं।
अजनबी शहरों में अजनबी लोगों के बीच,
दोस्तों के भी गांव होते हैं।