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कैड़ा बरस्या ऐ लोर भायला / सांवर दइया
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कैड़ा बरस्या ऐ लोर भायला
घर-आंगण ऊग्या थोर भायला
दूध नै छाछ बता दाम धामै
गळी-गळी ऊभा चोर भायला
दो दाणा में करामात ठाडी
टूट्यो सत भूल्या जोर भायला
कंठां तांईं आया म्हैं तो अब
आ ई है जे बा डोर भायला
आं बातां सूं मन बिलमै कोनी
बात कोई नुंवी टोर भायला