भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
डॉ॰ सूर्या बाली "सूरज"
Kavita Kosh से
Drsuryabali (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 01:06, 14 नवम्बर 2011 का अवतरण ('गुज़ारे साथ में जो पल, तुम्हारे, याद आते हैं।' के साथ नया पन्ना बनाया)
गुज़ारे साथ में जो पल, तुम्हारे, याद आते हैं।