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कविता कर्म / कुमार विकल

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बड़े कवि के लिए

कविता कर्म

मुश्किल काम तो हो सकता है

लेकिन एक छोटे कवि के लिए

यह एक दुविधा है

जैसे

अंधेरे और रोशनी की

दहलीज़ पर

खड़े बच्चे के लिए

चुनाव करना


ज़ाहिर है बच्चा

रोशनी की तरफ़ जाएगा

क्योंकि वह

अंधेरे के दुखों को

देखकर आया है


अब कवि

एक मदारी बनकर

बच्चे को

रोशनी के मजमे में

लेकर चलता है

मदारी ने पूछा--

चिड़िया के बाद

और कौवे से पहले

किस चीज़ ने

पानी पिया था ?

उसका नाम क्या है?