मेहँदी लगा के रखना / आनंद बख़्शी
कोरस:
ये कुड़ियाँ नशे दियाँ पुड़ियाँ
ये मुंडे गली के गुंडे
ये कुड़ियाँ नशे दियाँ पुड़ियाँ
ये मुंडे गली के गुंडे
नशे दियाँ पुड़ियाँ
गली के गुंडे
ब: हो, हो
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
लेने तुझे ओ गोरी, आएंगे तेरे सजना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना, ओ हो, ओ हो
ल: ओ, आ
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
ये दिल की बात अपने, दिल में दबाके रखना
कोरस:
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
होय, होय, होय
होय, होय, होय
ब: उड़ उड़के तेरी ज़ुल्फ़ें, करती हैं क्या इशारे
दिल थाम के खड़े हैं, आशिक सभी कंवारे
ल: छुप जाए सारी कुड़ियाँ, घर में शर्म के मारे
गाँव में आ गए हैं, पागल शहर के सारे
ब: नज़रें झुकाके रखना, दामन बचाके रखना
नज़रें झुकाके रखना, दामन बचाके रखना
लेने तुझे ओ गोरी, आएंगे तेरे सजना
कोरस:
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
ब: मैं एक जवान लड़का, तू एक हसीन लड़की
ये दिल मचल गया तो, मेरा कुसूर क्या है
ल: रखना था दिल पे काबू, ये हुस्न तो है जादू
जादू ये चल गया तो, मेरा कुसूर क्या है
ब: रस्ता हमारा तकना, दरवाज़ा खुला रखना
रस्ता हमारा तकना, दरवाज़ा खुला रखना
लेने तुझे ओ गोरी, आएंगे तेरे सजना
ल: कुछ और अब न कहना, कुछ और अब न करना
कुछ और अब न कहना, कुछ और अब न करना
ये दिल की बात अपने, दिल में दबाके रखना
कोरस:
महंदी लगाके रखना, डोली सजाके रखना
सहरा सजाके रखना, चहरा छुपाके रखना
शावा
होय, होय
शावा
होय, होय
शावा
होय, होय