भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वह पता है मेरा / पुरुषोत्तम अग्रवाल
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:09, 4 दिसम्बर 2011 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=पुरुषोत्तम अग्रवाल |संग्रह= }} {{KKCatKavi...' के साथ नया पन्ना बनाया)
वह पता है मेरा
खो जाता हूँ जब कभी
पूछते-पूछते वापस आ जाता हूँ