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इस बीच / नंदकिशोर आचार्य

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एक शब्द से रची गई
                    दुनिया

एक शब्द से नष्ट होगी
                      वह
इस बीच लेकिन
रच दी जो दुनिया
               शब्दों ने
तुम्हारे और मेरे मिल कर
उस का क्या

हमारे शब्दों को क्या हक़ नहीं है
शब्द होने का ?

7 अप्रैल 2010