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जीवन और मौत की सीमारेखा पर / ज्यून तकामी
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क्या है वहाँ जीवन और मौत की सीमारेखा पर ?
युद्ध के दिनों की बात है यह घने जंगलों से गुज़र कर मैं पहुँच गया था वहाँ बर्मा और थाईलैंड की सीमा है जहाँ वहाँ कुछ भी ऎसा विशेष नहीं था सीमारेखा का कोई अवशेष नहीं था ।
मैं गुज़रा कई बार भूमध्य रेखा के पार देखा नहीं वहाँ भी कोई नया संसार सिर्फ़ समुद्र था विशाल, गहरा नीला अपार ।
बर्मा और थाइलैंड में थे सब एक से मनुष्य वर्षा के बाद आकाश में चमक रहा था इन्द्रधनुष ।
हो सकता है वहाँ भी उस मेखा पर जीवन और मौत की सीमारेखा पर इन्द्रधनुष हो कोई चमकीला सात सौ रंगों वाला हरा-लाल-नीला-पीला-रंगीला ।
रूसी से अनुवाद : अनिल जनविजय </poem>