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मैं वंशी / ठाकुरप्रसाद सिंह
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मैं वंशी
माँ हमारी दूध का तरु
बाप बादल
औ' बहन हर बोल पर
बजती हुई मादल
उतर आ हँसी
कि मैं वंशी