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तपरिसा के / ठाकुरप्रसाद सिंह
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तपरिसा के
इचा के ये फूल बांधे
पाँव में बिछिया
बनी राई
ढाल की सरसों
बनी कंगन
लरज आई
और सब पर
खिले साखू फूल
सो यह रूप
काजल केश, कांधे
फूल बांधे