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पुनर्जन्म / सुधीर सक्सेना
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सूरज के साथ
मैं भी उगता हूँ
रोज़ सुबह
डूबता हूँ,
ऊबता नहीं
जनमता हूँ फिर-फिर
पूरे ताप के साथ